अभय सिद्धि का वरदान मिलेगा महानिशाकाल में
मछलीशहर l कार्तिक अमावस्या की रात सिंह लग्न जिसे महानिशा काल के नाम से जाना जाता है जो 4 नवम्बर को रात्रि 12-20 बजे से रात्रि 2-36 बजे तक रहेगा। जो अभय सिद्धि एवं अभीष्ट कामनाओं की पूर्ति के लिये महत्त्वपूर्ण है l उक्त अवधि में ईश्वरीय शक्तियाँ गतिशील और प्रभावशाली होती है ऐसे में सच्चे मन एवं पूर्ण श्रद्धा से की गयी देवी-देवताओं की उपासना, जप, हवन आदि का विशेष फल प्राप्त होता है l ज्योतिष व तंत्र आचार्य डॉ शैलेश मोदनवाल के अनुसार निर्धन व्यक्ति धन की देवी माँ लक्ष्मी की अर्चना श्री सूक्त का पाठ और खीर से हवन कर मनचाहा वरदान प्राप्त कर सकते है l संकट से मुक्ति एवं अभीष्ट कामनाओं की पूर्ति के लिये अष्टसिद्धि एवं नवों निधियों के प्रदाता हनुमान जी का उनको सिन्दूर का लेपकर गुलाब के पुष्प एवं बेसन के लड्डू , तुलसीदल आदि अर्पित कर सुन्दरकाण्ड का पाठ कर लाभ प्राप्त कर सकते है l ग्रहजनित कष्ट से मुक्ति के लिये माँ दुर्गा की उपासना एवं नर्वाण मन्त्र का जाप, ऊपरी बाधा, भय से मुक्ति तथा शनि पीड़ा के निवारण के लिये भैरव की उपासना एवं भैरव मन्त्र का जाप, सर्वत्र शुभता विघ्न बाधा के निवारण के लिये ऋद्धि सिद्धि के प्रदाता गणेश जी की अर्चना उनको दूर्वा मोदक सिन्दूर आदि चढ़ाकर गणेश मंत्र का जाप फलदायी होगा l