अनेकों सवालों का एक ही जवाब , प्रभाग तीन से नगर सेवक राजू विश्वकर्मा ही क्यों ?
मनपा चुनाव में सही नेता को चुनिए पार्टी को नहीं

1) जब क्षेत्र में किसी को किसी भी समय दुख मुसीबत आई,तो सबसे पहले राजू विश्वकर्मा को लोगों ने याद किया,और राजू ने बिना जाति धर्म देखे सबका मदद किया।
2) जब भी प्रभाग के अंदर किसी दुकानदार,फेरी वालों,ठेला लगाने वालो को परेशान करने की कोशिश की राजू विश्वकर्मा ने परेशान वालो को भगाया।
3)शताब्दी के सबसे भयंकर महामारी कोरोना आया तो राजू विश्वकर्मा ने हजारों लोगों का दोनों टाइम का भोजन निशुल्क वितरित किया।
4)राजू विश्वकर्मा ने करोना से संक्रमित मरीजों को जो कोरोटाईन सेल में भर्ती थे एक महीने तक दोनों टाइम का भोजन और दोनों टाइम का नाश्ता निशुल्क खिलाया।
5) करोना काल में ही एक महीने तक डॉक्टरों, नर्सों,मनपा अधिकारियों,कर्मचारियों की दोनों टाइम का खाना और नाश्ता निशुल्क करवाया।
6) करोना काल में कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए इसलिए जरूरत मंद हजारों लोगों को राशन सामग्री वितरित किया।
7) करोना काल में कोई घर से ना निकले इसके लिए पूरे भयंदर ईस्ट में सड़कों पर पेंट से कोई घर से ना निकले लिखकर लोगों में जागरूकता पैदा किया।
8) करोना काल में स्कूल बंद होने के बावजूद स्कूल के मालिक जब बच्चों के अभिभावकों को फीस के लिए परेशान करने लगे तो राजू विश्वकर्मा फीस माफ कराने के लिए भयंदर पश्चिम में सुभाष चंद्र बोस मैदान पर 9 दिनों तक आमरण अनशन करके 45 प्रतिशत फीस माफ कराया।
9) शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2011 तथा 2013 की मूलभूत बच्चों के अधिकार के लिए हमेशा लड़ाई लड़ते आज भी चले आ रहे है।
10) मीरा भायंदर महानगरपालिका में भ्रष्ट अधिकारियों तथा अयोग्य अधिकारियों तथा कर्मचारियों लोगों की नियुक्ति को लेकर समय समय पर एक लंबी लड़ाई लड़ते चले आ रहे इसके लिए उन्हें उन्नीस दिनों तक कस्तूरी पार्क के गेट पर आमरण अनशन करना पड़ा।
11) प्रभाग में कोई त्यौहार जैसे गणेश उत्सव,नवरात्रि गरबा,या अन्य उत्सव आया तो उसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और यथाशक्ति आर्थिक मदद भी किया।
इतने समस्याओं का समाधान बिना नगर सेवक रहते हुए किया तो नगर सेवक होने के बाद प्रभाग के चहुमुखी विकास जैसे पानी,सड़क,गटर,स्वास्थ्य,शिक्षा,सुरक्षा की व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम होगा।
इस लिए प्रभाग में राजू विश्वकर्मा चाहिए ना कि दशकों से नगर सेवक बने है परंतु समस्या के प्रति गंभीर आज तक नहीं दिखे। अब जरूरत है ऐसे स्वार्थी नगर सेवकों का बहिष्कार करके राजू विश्वकर्मा को जिताए।






