वसई विरार मनपा के उपायुक्त अजित मुठे पर भूमाफिया ने किया नायगांव में जानलेवा हमला
विरार(महानगर समाचार) वसई विरार मनपा के उपायुक्त अजित मुठे पर भू माफिया द्वारा नायगांव में जानलेवा हमले किए जाने का मामला सामने आया है, यह घटना विगत बुधवार की शाम नायगांव पूर्व के पोमन सिलोतर क्षेत्र में घटी। इस संबंध में उपायुक्त मुठे ने बताया कि इस हमले में दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। बसई विरार मनपा के अतिक्रमण विभाग प्रमुख उपायुक्त अजित मुठे विगत बुधवार को दोपहर अपने तोड़क दस्ते के साथ नायगांव पूर्व के पोमन सिलोतर में कार्रवाई करने के लिए गए हुए थे, इस इलाके में भूमाफियाओं ने बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण कर रखा है, इसी इलाके में तोडक कार्रवाई करने के दौरान भूमाफिया ने अचानक अजित मुठे पर हमला कर दिया, इस हमले में अजित मुठे को मामूली चोट आई है, घटना के बाद पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लिया। इस मामले में मनपा की शिकायत पर नायगांव पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।
न्यायालय ने क्षेत्र में चल रहे अवैध निर्माण पर जताई थी अपनी नाराजगी:-वसई विरार मनपा उपायुक्त अजित मुठे ने वैसे अभी तक भूमाफिया के लगभग 11000 वर्ग किलोमीटर के अवैध निर्माण को जमीदोज करने का दावा कर रहे हैं, हालांकि मनपा क्षेत्र के प्रभाग समिति बी.सी.डी.एफ. जी आदि इलाकों में आज भी बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण बदस्तूर जारी है जिसे मनपा का अतिक्रमण विभाग अभी तक नजरअंदाज करता चला आ रहा है। जबकि इसके पूर्व इसी सिलसिले में न्यायालय ने भी वसई विरार क्षेत्र में चल रहे अवैध निर्माणों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तोडक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था, लेकिन यह कार्रवाई सिर्फ कागजों तक पर ही सिमट कर रह गई। अधिकारी पर हमले का मतलब सिर्फ लोगों में दहशत फैलाना है ताकि उनके अवैध निर्माण की तरफ कोई नजर ना डालें, जबकि इस घटना के बाद अजित मुठे ने कहा कि मैं ऐसे दहशतगर्दो से डरता नहीं और अवैध निर्माण पर मेरी तोड़क कार्रवाई आगे भी अनवरत लगातार जारी रहेगी फिलहाल मनपा की शिकायत पर नायगांव पुलिस ने दो हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
इस हमले के संबंध में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मनोज बारोट उपाध्यक्ष वसई विरार भाजपा के नेता ने कहा कि आखिर सांप को दूध पिलाओगे तो वह निश्चित एक दिन आपको ही डसेगा, भ्रष्टाचार में लिप्त मनपा अधिकारियों ने ऐसे कई सांप पाल रखे हैं क्षेत्र में, अभी तो यह शुरुआत है,यदि अधिकारी अपनी कार्यशैली में परिवर्तन नहीं करेंगे तो आगे और भी इस तरीके के घटना को देखने को मिल सकता है। शहर की दुर्दशा भ्रष्ट अधिकारियों की देन है।