महाराष्ट्रराजनीति

दशहरा रैली- शिंदे ने कहा उद्धव ने कुर्सी के लिए हिंदुत्व छोड़ा,उद्धव ने कहा खोकासुर का दहन होकर रहेगा

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की दशहरा रैली पर एकनाथ शिंदे, उद्धव ठाकरे ने मर्यादाओं की सीमा को लांघी

 

मुंबई (महानगर समाचार ) मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम द्वारा आसुरी शक्तियों पर विजय प्राप्त करने पर विजयदशमी का पर्व पूरे देश में मनाया जाता है। मुंबई में भी कल दशहरा के मौके पर शिवसेना के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जहां ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में शिव सैनिकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा वहीं पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आजाद मैदान से पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जबरदस्त जवाबी प्रहार किया। कल दशहरा रैली के बहाने दोनों पार्टियों ने अपनी-अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया जिसमें भीड़ जुटाने में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बाजी मार ली क्योंकि शिवाजी पार्क से ज्यादा भीड़ आजाद मैदान में दिखाई दिया। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ऐतिहासिक शिवाजी  पार्क में शिव सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने भी कहने को तो शिव भक्त रावण का वध इसलिए किया था क्योंकि रावण ने माता सीता का हरण किया था, इसी प्रकार इस समय राज्य में एक खोकासूर पैदा हो गया है जिसने हमारे विधायकों तथा हमारे तीर धनुष का अपहरण किया है इस लिए हनुमान भक्तो को इस खोकासुर का दहन करना होगा। उद्धव ठाकरे ने मराठा आरक्षण आंदोलन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मराठा आंदोलन के दौरान आंदोलन कर रहे लोगो पर लाठी चार्ज करने का आदेश किस जनरल डायर ने दी आज तक पता नहीं चल सका है। उद्धव ठाकरे ने बुलेट ट्रेन के औचित्य पर भी निशाना साधते हुए कहा कि क्या गद्दारों को मुंबई से गुजरात भागने के लिए यह ट्रेन शुरू किया जा रहा है। ठाकरे ने कहा कि जो मर्द होता है वह कभी बिकता नहीं है लेकिन आज महाराष्ट्र के कई नेता अपनी कीमत लगाकर बाजार में बिक गए। उद्धव ठाकरे ने कथित कोविद घोटाले की जांच पर भड़कते हुए कहा कि अगर बीजेपी सरकार में हिम्मत है तो बीएमसी के साथ-साथ राज्य की नागपुर पुणे समेत अन्य नगर पालिका और पीएम केयर फंड की भी जांच कराए, उन्होंने कहा कि हम लोग किसी भी तरह की जांच से डरने वाले नहीं है, उन्होंने कहा कि हमने कोविड काल में लोगों की सेवा की है और मुझे इसका गर्व है। वही उद्धव ठाकरे के ऊपर जवाबी हमला करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आजाद मैदान में अपार भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि स्वर्गीय बाला साहब ठाकरे के बताए हुए सही रास्ते पर वही चल रहे हैं।एकनाथ शिंदे ने उद्धव का बिना नाम लिए कहा कि जब महाराष्ट्र में कोरोना चल रहा था तो उस समय उद्धव ठाकरे घर पर बैठकर नोट गिन रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे ने कुर्सी के लिए हिंदुत्व छोड़कर बाला साहब ठाकरे की पीठ में खंजर भोकने का काम किया है, जिस हिंदुत्व के लिए बालासाहब को मतदान से वंचित रहना पड़ा उसी का विरोध करने वाले कांग्रेस व समाजवादी पार्टी की चप्पल उठाने का काम उद्धव ठाकरे कर रहे हैं, उन्हें शिवसेनको से कोई लेना-देना नहीं है, कल वे हमास और लश्कर तोयबा के गले भी जाकर मिलेंगे। शिंदे ने आगे कहा कि एक बार जब कांग्रेस के मणि शंकर अय्यर ने वीर सावरकर के खिलाफ बोला था तो उस समय बालासाहब ठाकरे ने कहा था कि कांग्रेसियों को जूते मारना चाहिए लेकिन आज वहीं शिवसेना कांग्रेस और समाजवादी पार्टी से गले मिल रही है। कल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आजाद मैदान में पूरे उत्साह में दिखे उन्होंने कहा कि हम हिंदुत्व वाला साहब की भूमिका को लेकर आगे बढ़ रहे हैं जबकि उद्धव ठाकरे ने हमेशा वसूली का ही काम किया है। कोरोना काल में कॉविड सेंटर से लेकर खिचड़ी तक में पैसा खाने का काम किया है। शिंदे ने कहा कि उन्हें खोका नहीं पूरा कंटेनर ही चाहिए था यहां तक कि शिवसेना के खाते में रखा 50 करोड रुपए भी हजम कर ले गए। शिंदे ने कहा कि मैं आज भी शिव सैनिक की भांति कार्य कर रहा हूं सभी को पता है कि गद्दार कौन है, मैदान नहीं विचार महत्वपूर्ण है और आजाद मैदान में यह शिवसेना का आजाद सम्मेलन है। एकनाथ शिंदे ने जहां आजाद मैदान में आयोजित शिवसेना की दशहरे रैली में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जमकर उनकी आलोचना की  ओरऔ राज्य के मराठा समाज को आश्वासन देते हुए कहा कि वे समाज को आरक्षण देकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि मराठा समाज को आरक्षण दिलाने के लिए प्रयास करेंगे, किसी पर अन्याय नहीं होगा यह मेरी जवाबदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मराठा आंदोलन के नाम पर सरकार को कमजोर करने व राज्य में अशांति फैलाने का काम कुछ लोग कर रहे हैं लेकिन वह सफल नहीं होंगे। उद्धव ठाकरे की पोल खोलते हुए शिंदे ने कहा कि उनके अनेक चेहरे हैं जो आज शिव सैनिकों को नहीं पता है। मतदाताओं से बालासाहेब ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट लेकर मुख्यमंत्री की कुर्सी की लालच में मतदाताओं से बेमानी की ।कुछ लोग लोगो की भावनाएं भड़काकर मुंबई को तोड़ने का काम कर रहे है लेकिन मुंबई को कोई तोड़ नहीं सकता मुंबई को अंतरराष्ट्रीय शहर बनाने का काम हो रहा है। जब-जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुंबई आगमन होता है तब तब उनके पेट में दर्द शुरू हो जाता है। एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम 2024 के चुनाव में इंडिया गठबंधन के 10 मुंह वाले रावण का वध करके ही दम लेंगे। अगली बार भी केंद्र और राज्य में महायुति की सरकार बनेगी। कल दशहरा रैली के बहाने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप किया जिसका असर क्या होता है यह तो आने वाले समय में देखा जाएगा? परंतु कल की दोनों रेलिया में 5000 बस तथा 12 000 छोटी गाड़ियों ने शहर के ट्रैफिक व्यवस्था को एकदम जाम करके जरूर रख दिया था जिससे लोगो को मुसीबतों का सामना करना पड़ा।

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