महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल, एकनाथ शिंदे के साथ 35 बागी विधायक सूरत के मेरिडियन होटल में मौजूद
महाराष्ट्र में राज्यसभा तथा विधान परिषद के चुनाव में महाविकास आघाडी को मिली शिकस्त

महाराष्ट्र में राज्यसभा तथा विधान परिषद के चुनाव में महाविकास आघाडी को मिली शिकस्त
मुंबई (महानगर संवाददाता) विगत दिनों महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी की राज्यसभा और कल महाराष्ट्र विधान परिषद में भाजपा ने जिस तरीके से शिकस्त दी उससे राज्य में राजनीतिक अस्थिरता का वातावरण बन गया है। थाने के पालक मंत्री,नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में 34 शिवसेना के तथा एक निर्दलीय विधायक बगावत करते हुए सूरत के मेरिडियन होटल में इकट्ठा हुए हैं और वह क्या फैसला लेते हैं। पूरे देश के निगाहें उनके तरफ लगी हुई हैं। दूसरी तरफ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार ने आज दिल्ली में एक आपात बैठक बुलाई है। जिसमें राज्य के हालात के बारे में चर्चा किया जाएगा। वही शिवसेना के प्रवक्ता संजय रावत ने अपने शिव सैनिकों को हिम्मत दिलाते हुए कहा है कि एकनाथ शिंदे पुराने शिवसैनिक और समर्पित नेता है वे ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे जो राज्य के अहित में होगा ।लेकिन संजय रावत के दिलासा देने के बावजूद 35 विधायक शिवसेना के संपर्क से बाहर हैं और नॉट रिकेबल है। इस घटनाक्रम पर कैबिनेट मंत्री नारायण राणे ने ट्वीट कर एकनाथ शिंदे को शाबाशी देते हुए कहा कि आपका निर्णय सही समय पर सही निर्णय माना जा रहा है। इसके लिए आपको शाबाशी। मनसे के नेता नितिन सरदेसाई ने एक ट्वीट कर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के ऊपर व्यंग कसते हुए कहा कि हमेशा नॉट रिकेबल रहने वाले मुख्यमंत्री के आज विधायक नॉट रिकेबल हैं। राज्य में राजनीतिक उथल-पुथल के माहौल में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आज शाम दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे और आगे की रणनीति अपनी तय करेंगे। महाराष्ट्र के भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटील शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत के ऊपर बयान देते हुए कहा कि उनके बड़बोलेपन ही का नतीजा शिवसेना में असंतोष का यह माहौल देखा जा रहा है। महाराष्ट्र के राजनीतिक अस्थिरता के कारण जहां राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं वहीं पर इसका असर देश की राजधानी दिल्ली में भी देखने को मिल रहा है। शरद पवार अपने घर पर एक आपात बैठक बुलाए थी। बैठक के बाद शरद पवार तुरंत मुंबई के लिए रवाना हो चुके हैं अब उनके कंधे पर सरकार बचाने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी आई है अब देखना है कि अपने सरकार को बचाने के लिए वह क्या कर सकते हैं और कहां तक कामयाब हो सकते हैं। वहीं पर भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर अमित शाह ने मुलाकात की है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपनी बागी विधायकों के नॉट रीचेबल होने पर एक आपात बैठक बुलाई है जिसमें सभी शिवसैनिक विधायक उपस्थित रहेंगे। महाराष्ट्र के कांग्रेश के विधायकों का अशोक चव्हाण के घर भी एक बैठक हो रही है जिसमें आगे की अपनी भूमिका के बारे में रणनीति बना रहे हैं। अभी तक एकनाथ शिंदे के अलावा जो शिवसेना के बागी विधायक बताए जा रहे हैं उनके नाम इस प्रकार हैं:- अब्दुल सत्तार (सिल्लोड, औरंगाबाद) शंभूराज देसाई (सतारा) संदीपान भुमरे (पैठन, औरंगाबाद) उदयास राजपूत (कन्नड़, औरंगाबाद) भरत गोगावले (महाड, रायगढ़) नितिन देशमुख (बालापुर, अकोला) अनिल बाबर (खानपुर, सांगली) विश्वनाथ भोइर (कल्याण पश्चिम) संजय गायकवाड (बुलढाणा) संजय रामुलकर, महेश शिंदे (कोरेगांव, सतारा) शाहजी पाटिल (सोलापुर) प्रकाश आबितकर (राधापुरी, कोल्हापुर) संजय राठौर (दिग्रस, यवतमाल) ज्ञानराज चौगुले (उमरग्रास, उस्मानाबाद) तानाजी सावंत (परोड़ा, उस्मानाबाद) संजय शिरसाट, औरंगाबाद पश्चिम) रमेश बोरनारे (वैजापुर, औरंगाबाद) महेंद्र दल्वी, प्रताप सरनाईक, यामिनी जाधव, मानिकराव कोकाटे, बालाजी खेड़ीकर, श्रीनिवास बनेगा, शांताराम मोरे आदि लोग शामिल बताए जा रहे हैं। महाराष्ट्र के राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए महाराष्ट्र महाविकास आघाडी सरकार के ऊपर संकट के बादल तो निश्चित रूप से मनरा रहे हैं लेकिन क्या रुख होगा यह आज देर रात तक स्थिति स्पष्ट हो जानी चाहिए।